History of computer in hindi

History of computer in Hindi /कंप्यूटर का इतिहास हिंदी में

प्यारे दोस्तों आज हम कंप्यूटर का इतिहास हिंदी में(History of computer in Hindi) बताएँगे ,कंप्यूटर का इतिहास हिंदी में जानने के लिए हमे ये समझना जरुरी है की कंप्यूटर  नाम कैसे पड़ा इसकी शुरुवात कैसे कब कहा हुई

आइये जानते हैं कंप्यूटर का इतिहास हिंदी में(History of computer in Hindi)

कंप्यूटर का इतिहास , लैटिन शब्द “computare” का उत्पत्ति से जुड़ा हुआ है और इसका मतलब “गणना करना” है। इस शब्द का अर्थ है अंग्रेजी में “compute” और हिन्दी में “गणना करना”।

लैटिन शब्द “computare” का उपयोग तकनीकी और गणितीय कार्यों को संक्षेपित रूप से करने के लिए किया जा रहा है, जो कंप्यूटर और उसके गणना क्षमताओं से जुड़ा हुआ है। इससे यह सिद्ध होता है कि हमारे समय में कंप्यूटर शब्द का सीधा सम्बंध लैटिन शब्द “computare” से है और इसका अर्थ भी गणना और हिसाब-किताब से आया है।

history of computer in hindi-कंप्यूटर का इतिहास में “अबेकस” यंत्र

हम कह सकते हैं की कंप्यूटर का आविष्कार आज से “अबेकस” यंत्र के रूप में  लगभग 3000 ईसा पूर्व हुआ था यह एक प्राचीन गणना यंत्र था जिसका उपयोग संख्याओं की गणना के लिए किया जाता था। तार के ऊपर मणिका लकड़ी के फ्रेम में लगा रहता था। इस प्राचीन अबेकस में, एक लकड़ी का फ्रेम तैयार किया जाता था जिसमें तारों पर मणिकाएं स्थापित की जाती थीं,अबेकस एक प्राचीन गणना यंत्र था जिसमें तार के ऊपर मणिका थीं। इसमें मणिकाएं एक या दो तारों पर रखी जाती थीं, जिनका उपयोग संख्याओं की गणना के लिए किया जाता था।

“अबेकस”  शब्द अरबी (Arabic) से लिया गया है

अबेकस में तार और मणिकाओं की संख्या सामान्यत: अलग-अलग होती थी, और इसका आधार उपकरण के डिज़ाइन और उपयोग की आवश्यकता पर निर्भर करता था। हालांकि, सामान्यत: इस प्रकार की संरचना में कुछ स्थानों पर तार और मणिकाओं की एक सामान्य संख्या रहती थी।

तार:

सामान्यत: एक या दो तार होते थे।तार अबेकस के ऊपर स्थित होते थे और मणिकाओं को धाराओं की तरह जोड़ते थे।तारों का उपयोग मणिकाओं को स्थानांतरित करने के लिए किया जाता था।

मणिका:

मणिकाएं सामान्यत: लकड़ी के फ्रेम पर स्थित होती थीं।हर मणिका का एक मूल्य होता था और इसे स्थानांतरित करने पर उसका मूल्य प्रदर्शित होता था।मणिकाएं गणना के समय संख्या को प्रतिनिधित्व करने में मदद करती थीं।

कंप्यूटर का इतिहास हिंदी में जानने (history of computer in hindi)से पहले हम थोड़ा संक्षेप में जान ले कंप्यूटर क्या है ?

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो गणना और तथ्य प्रस्तुतिकरण के क्षेत्र में कई कार्यों को संपन्न करने में सक्षम है। इसे संगणक भी कहा जाता है, और यह विभिन्न रूपों में उपलब्ध है, जैसे कि व्यक्तिगत कंप्यूटर, सर्वर, लैपटॉप, टैबलेट, और स्मार्टफोन।

कंप्यूटर एक उपकरण है जो अनेक कार्यों को संपन्न करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह विभिन्न तकनीकी भाषाओं में बना होता है, लेकिन मुख्यतः यह C, C++, और जावा जैसी प्रोग्रामिंग भाषाओं का उपयोग करके बनाया जाता है। इन भाषाओं का उपयोग सॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर को तैयार करने के लिए किया जाता है, जिससे कंप्यूटर विभिन्न कार्यों को संपन्न कर सकता है, जैसे कि गणना, संग्रहण, और जानकारी प्रस्तुत करना।

History of computer in Hindi

कंप्यूटर का इतिहास हिंदी में

फ्रांसीसी गणितज्ञ ब्लेज पास्कल द्वारा 1642 ई. में पहले डिजिटल कंप्यूटर का(पास्कालीन कैलकुलेटर यंत्र) आविष्कार हुआ जो कम्प्यूटर का इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ ब्लेज पास्कल ने अपना आविष्कार फ्रांस में किया था।

पास्कालीन (Pascaline)एक कैलकुलेटर यंत्र था जिसमें 10-डिसिमल स्केल के साथ संख्याएँ दर्शित की जाती थीं। यह यंत्र पहली बार 1642 में तैयार किया गया था और इसमें एक गियोमेट्रिक प्रणाली थी जिससे गणनाएं किया जा सकता था। यह यंत्र गिनती और गणना के लिए डिजाइन किया गया था और इसमें गियोमेट्रिक एवं अरिथमेटिक कार्यों के लिए गियोमेट्रिक रूप से आयताकार का रूप था। यह मैकेनिकल कलकुलेटर की शुरुआती रूप में मानी जाती है और इसने संख्याओं की गिनती में मदद की।

पास्कालीन(Pascaline)

एक स्लो यंत्र था जिसमें संख्याएँ स्थायी बोल्डरों (टॉथ) पर रखी जाती थीं और इसमें सैकड़ों का विभिन्न वर्गों में सामग्री शामिल थी, जो विभिन्न गियोमेट्रिक ऑपरेशन्स को प्रस्तुत करने में मदद करती थीं।यह यंत्र सीधे तौर पर संख्या जोड़ने, घटाने, गुणा करने, और भाग करने की क्षमताओं के लिए था, जो गणितीय गणना में उपयोग होती थीं। पास्कालीन ने गणित की दुनिया में एक नई दिशा दी और यह एक महत्वपूर्ण कदम था मैकेनिकल कलकुलेटर्स की दिशा में।

आइये जानते हैं कंप्यूटर का इतिहास हिंदी में (history of computer in hindi)कैसे कैसे कब बदला

3000 ईसा पूर्व अबेकेस का आविष्कार बेबीलोन में किया गया।

1800 संख्या समस्या ( एलॉगरिथम) का आविष्कार: बेबीलोनवासी का योगदान

500 ईसा पूर्व में मिस्रवासी कला में रचनात्मकता: मणिका एवं तार अबेकस

200 ईसा पूर्व में कंप्यूटिंग ट्रे(कंप्यूटिंग का उत्थान): जापान में तकनीकी क्रांति का आरंभ

1617 ई. में जॉन नेपियर ने भाग और गुणा करने की प्रणाली का आविष्कार किया

1642 (पास्कालीन (Pascaline): में ब्लेज पास्कल ने बनाई गई थी, यह एक स्पष्ट स्थानीय प्रणाली आधारित कैलक्यूलेटर थी जिसमें गियर्स और व्हील्स का संयोजन था जो संख्याओं को जोड़ने और घटाने में सहायक था।

1673 (स्टेप्रेटरी (Stepped Reckoner):

गोतफ्रिड विल्हेल्म लेबनिज ने इसे विकसित किया, जो बाकी कैलक्यूलेटर्स से अलग था क्योंकि इसमें स्टेप्स और स्टेप्स को आगे बढ़ाने का अद्वितीय तरीका था।

जीरोमीनी स्लाइड रूल (Jerometer Slide Rule): यह एक अन्य प्रमुख मैकेनिकल कैलक्यूलेटर था जो गियोमेट्रीयन स्लाइड रूल कहा जाता था,

1801 में जोसेफ मारी जाकार्ड ने पंच्ड कार्ड्स का आविष्कार किया था, जो बाद में कंप्यूटिंग में प्रयुक्त हुए।

1822 में, बैबेज ने एनालिटिकल इंजन का पहला डिज़ाइन तैयार किया।

1837 में, चार्ल्स बेबेज ने “Analytical Engine “

नामक एक गणनात्मक यंत्र का विचार किया था, जिसका उपयोग अंक गणना के लिए किया जाता।

बोल्स एंड ब्यूम:

आलमा आइरे, जो एक ब्रिटिश गणितज्ञ थे, ने 1840 में “बोल्स एंड ब्यूम” नामक यंत्र का विचार किया, जो गणना के लिए डिज़ाइन किया गया था।

1889 में, हरमन होलरिथ ने एक इलेक्ट्रो-मैकेनिकल टैबुलेटिंग मशीन विकसित की

1946 में, जॉन प्रेसपर एकेनसी और जॉन विलेयम मॉक्ली ने एनियाक (ENIAC) को बनाया, जो दुनिया का पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था।

1936 में, एलन ट्यूरिंग ने ट्यूरिंग मशीन की योजना प्रस्तुत की, जो एक साधारित कंप्यूटर की अग्रणी सिद्धांता बनी।

1940 से 1951 तक कंप्यूटर के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण और नई रचनाएँ हुईं, जिन्होंने गणना की दुनिया में एक नया मोड बनाया। यहां कुछ ऐसे कंप्यूटरों के नाम और उनके जनक हैं:

ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer):जनक: जॉन विलेयम मॉक्ली और जॉन प्रेसपर एकेनसी

विवरण: ENIAC, 1946 में शुरू हुआ और यह दुनिया का पहला पूर्णत: इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था। इसका उपयोग सांख्यिकीय और वैज्ञानिक गणना के लिए किया जाता था।

UNIVAC I (Universal Automatic Computer I):जनक: प्रेसपर एकेनसी और J. Presper Eckert

विवरण: UNIVAC I, 1951 में तैयार किया गया था और यह दुनिया का पहला व्यावसायिक कंप्यूटर था जिसने विभिन्न क्षेत्रों में गणना की सेवाएं प्रदान की।

EDVAC (Electronic Discrete Variable Automatic Computer):जनक: जॉन वन नॉयमन

विवरण: EDVAC, 1951 में तैयार किया गया था और इसमें प्रोग्राम स्टोरेज और एक संग्रहणात्मक तंतु था, जिसने भविष्य में कंप्यूटर डिज़ाइन को प्रभावित किया।

BINAC (Binary Automatic Computer):जनक: J. Presper Eckert और John Mauchly

विवरण: BINAC, 1949 में तैयार किया गया था और यह दुनिया का पहला एक्टिव कंप्यूटर था जिसने बाइनरी प्रचलन का उपयोग किया।

कंप्यूटर का इतिहास में कुछ महत्वपूर्ण जनरेशन (पीढ़िया )

पहली पीढ़ी कंप्यूटर का इतिहास(First Generation):

यह पीढ़ी 1940 और 1950 के बीच थी और इसमें वैल्व और पंजर तकनीक के प्रयोग के आधार पर बने कंप्यूटर शामिल थे। इनमें एनईएसएचटीएच (ENIAC) और यूनिवैक (UNIVAC) जैसे प्रमुख कंप्यूटर शामिल थे।

दूसरी पीढ़ी कंप्यूटर का इतिहास(Second Generation):

यह पीढ़ी 1950 और 1960 के बीच थी और इसमें ट्रांजिस्टर का प्रयोग हुआ जो वैक्यूम ट्यूब की तुलना में अधिक स्थायी और तेज था। इसमें IBM 1401 और IBM 7090 जैसे कंप्यूटर शामिल थे।

तीसरी पीढ़ी कंप्यूटर का इतिहास(Third Generation):

यह पीढ़ी 1960 और 1970 के बीच थी और इसमें इंटीग्रेटेड सर्किट्स (ICs) का प्रयोग हुआ जो कंप्यूटर को सुधारित करने में मदद करता है। इसमें IBM 360 और PDP-8 जैसे कंप्यूटर शामिल थे।

चौथी पीढ़ी कंप्यूटर का इतिहास

(Fourth Generation): यह पीढ़ी 1970 के बाद से लेकर 1990 तक थी और इसमें माइक्रोप्रोसेसर्स का प्रयोग हुआ जिससे कंप्यूटर की गति बढ़ी और इसमें व्यक्तिगत कंप्यूटर शामिल थे।

पाँचवीं पीढ़ी कंप्यूटर का इतिहास

(Fifth Generation): यह पीढ़ी 1990 के बाद से लेकर वर्तमान समय तक चल रही है और इसमें उच्च स्तरीय कंप्यूटेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और नैनोटेक्नोलॉजी जैसी नई तकनीकों का अनुसरण किया जा रहा है।

History of computer in hindi

history of computer in hindi

1951 से 1960 तक कंप्यूटरों के नाम और उनके जनक हैं:

IAS Machine (Institute for Advanced Study Machine):जनक: जॉन वन नॉयमन और क्लीन गोल्डस्टीन

विवरण: IAS Machine, 1952 में तैयार किया गया था और यह एक और महत्वपूर्ण मिलनसर डिजाइन था जिसने भविष्य में कंप्यूटर डिज़ाइन को प्रभावित किया।

UNIVAC II (Universal Automatic Computer II):जनक: प्रेसपर एकेनसी और J. Presper Eckert

विवरण: UNIVAC II, 1952 में तैयार किया गया था और इसमें पूर्णता और तेजी में सुधार किया गया था। यह व्यवसायिक और सरकारी उपयोग के लिए बनाया गया था।

IBM 701 (IBM Defense Calculator):जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: IBM 701, 1952 में तैयार किया गया था और यह पहला एक्शन कंप्यूटर था जो व्यावसायिक उपयोग के लिए बनाया गया था।

UNIVAC LARC (Livermore Advanced Research Computer):जनक: यूनिवैक कॉर्पोरेशन

विवरण: UNIVAC LARC, 1960 में तैयार किया गया था और इसका उपयोग अद्वितीय गणना कार्यों के लिए किया जाता था, जैसे कि अणुशास्त्र और सर्किट डिजाइन।

IBM 704:जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: IBM 704, 1954 में तैयार किया गया था और इसमें पहली बार फ्लोटिंग पॉइंट गणना का समर्थन किया गया था, जिससे वैज्ञानिकों और अध्ययन करने वालों के लिए इसका उपयोग हुआ।

CDC 1604 (Control Data Corporation 1604):जनक: संज्ञान कंप्यूटर कॉर्पोरेशन (CDC)

विवरण: CDC 1604, 1958 में तैयार किया गया था और इसमें पहली बार ट्रांजिस्टर्स का उपयोग किया गया था, जो उस समय के लिए एक महत्वपूर्ण प्रगति थी।

1961 से 1970 तक के कंप्यूटर के नाम और उनके जनक

IBM System/360:जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: 1964 में लॉन्च किया गया, IBM System/360 एक व्यावसायिक मुद्रण और गणना सिस्टम था जो विभिन्न क्षेत्रों के लिए अनुकूलन किया जा सकता था। इसने हेडर्स, विज्ञान, और उद्योग में सफलता प्राप्त की।

CDC 6600 (Control Data Corporation 6600):जनक: संज्ञान कंप्यूटर कॉर्पोरेशन (CDC)

विवरण: 1964 में तैयार किया गया, CDC 6600 विश्व का सबसे तेज कंप्यूटर था जिसने गणना क्षमता में एक नई सीमा स्थापित की।

DEC PDP-8 (Digital Equipment Corporation Programmed Data Processor-8):जनक: डिजिटल इक्विपमेंट कॉर्पोरेशन (DEC)

विवरण: 1965 में लॉन्च किया गया, PDP-8 पहला मानव-उद्योगी कंप्यूटर था जो व्यावसायिक उपयोग के लिए उपलब्ध था और इसने माइनीकंप्यूटर की शुरुआत की।

IBM System/370:जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: 1970 में लॉन्च किया गया, IBM System/370 ने व्यवसायिक और वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए एक समर्थ प्लेटफ़ॉर्म प्रदान की। इसने कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मोडर्न किया और एक साधारित सीरीज़ का आरंभ किया।

Burroughs B5000:जनक: बरोज (Burroughs)

विवरण: 1961 में लॉन्च किया गया, Burroughs B5000 एक उच्च स्तरीय और उन्नत ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ कंप्यूटिंग परियोजना था जिसने अद्वितीय विशेषताएँ प्रदान की।

1971 से 1980 तक कंप्यूटर तकनीक में कई महत्वपूर्ण और प्रभावशाली डेवलपमेंट्स हुए जिनसे एक नई डिजिटल युग की शुरुआत हुई। यहां कुछ ऐसे कंप्यूटरों के नाम और उनके जनक हैं:history of computer in Hindi

Intel 4004:जनक: फेदरिक्स ग्रूप (Intel)

विवरण: 1971 में लॉन्च किया गया, इंटेल 4004 पहला माइक्रोप्रोसेसर था और इसे व्यक्तिगत और सुसंगत कंप्यूटिंग के लिए डिज़ाइन किया गया था।

IBM 5100:जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: 1975 में लॉन्च किया गया, IBM 5100 पहला पोर्टेबल कंप्यूटर था जो ग्राफिकल और टेक्स्ट मोड दोनों में काम कर सकता था।

Altair 8800:जनक: माइक्रो इंस्ट्रुमेंटेशन्स कॉर्पोरेशन (Micro Instrumentation and Telemetry Systems – MITS)

विवरण: 1975 में लॉन्च किया गया, Altair 8800 पहला व्यक्तिगत कंप्यूटर था जो सार्वजनिक उपलब्ध होने वाला था और इसने होबीस्टों और विकासकर्ताओं के लिए एक नया दरवाजा खोला।

Apple I:जनक: स्टीव वोजनियक (Steve Wozniak) और स्टीव जॉब्स (Steve Jobs)

विवरण: 1976 में लॉन्च किया गया, Apple I ने पर्सनल कंप्यूटिंग की दुनिया में एक नई क्रांति ला दी।

1981 से 1990  तक के कंप्यूटर के नाम और उनके जनक

IBM Personal Computer (IBM PC):जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: 1981 में लॉन्च किया गया, IBM PC ने पर्सनल कंप्यूटिंग के क्षेत्र में एक स्टैंडार्ड स्थापित किया और इसने व्यापक पैम्पट में कंप्यूटर्स का उपयोग बढ़ाया।

इन कंप्यूटरों ने नए और सुगम प्रणालियों का आरंभ किया और पर्सनल कंप्यूटिंग को सामान्य लोगों के लिए सुलभ बनाया।

IBM PC XT:जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: 1983 में लॉन्च किया गया, IBM PC XT ने पर्सनल कंप्यूटिंग के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया और हार्ड डिस्क के साथ आया था।

Commodore 64:जनक: कॉमोडोर इंटरनैशनल (Commodore International)

विवरण: 1982 में लॉन्च किया गया, Commodore 64 एक प्रचलित होम कंप्यूटर था जिसने व्यक्तिगत उपयोग के लिए एक सामान्य स्थान बनाया।

Apple Macintosh:जनक: एप्पल कंप्यूटर्स (Apple Computers)

विवरण: 1984 में लॉन्च किया गया, Apple Macintosh ने ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस (GUI) का पहला प्रदर्शन किया और पर्सनल कंप्यूटिंग में एक नया दौर शुरू किया।

IBM PC AT:जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: 1984 में लॉन्च किया गया, IBM PC AT ने आधुनिक तकनीकी और उन्नत प्रोसेसिंग क्षमता को परिचालन में लाया और उस समय के लिए एक प्रदर्शन किया।

Amiga 1000:जनक: कॉमोडोर इंटरनैशनल (Commodore International)

विवरण: 1985 में लॉन्च किया गया, Amiga 1000 ने ग्राफिक्स, साउंड, और मल्टीटास्किंग क्षमता के क्षेत्र में अपनी शक्ति को प्रदर्शित किया।

IBM PS/2:जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: 1987 में लॉन्च किया गया, IBM PS/2 ने माउस, फ्लॉपी डिस्क, और VGA ग्राफिक्स को पहली बार प्रमोट किया और इससे आगामी सिस्टमों के लिए एक बारीक नॉर्म निर्माण हुआ।

1991 से 2000 तक के कंप्यूटर के नाम और उनके जनक

Intel Pentium Processor:जनक: इंटेल (Intel)

विवरण: 1993 में लॉन्च किया गया, Intel Pentium Processor ने एक नए पीढ़ी के प्रोसेसिंग को संभालने में महत्वपूर्ण योगदान किया।

Windows 95:जनक: माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft)

विवरण: 1995 में लॉन्च किया गया, Windows 95 ने पीसी उपयोगकर्ताओं के लिए एक नई और उपयोगकर्ता-मित्र OS प्रदान की और इसने GUI और नेटवर्किंग क्षमताओं में सुधार किया।

IBM Deep Blue:जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: 1997 में, IBM Deep Blue ने चेस खेल में विश्व चैम्पियन गेरी कस्पारोव को हराने में सफलता प्राप्त की और यह पहला कंप्यूटर बन गया जो एक विश्व चैम्पियन को हराया।

Apple iMac G3:जनक: एप्पल कंप्यूटर्स (Apple Computers)

विवरण: 1998 में लॉन्च किया गया, iMac G3 ने रंगीन और अद्वितीय डिज़ाइन के साथ पर्सनल कंप्यूटिंग में एक नया चेंज किया।

Google Search:जनक: गूगल (Google)

विवरण: 1998 में लॉन्च की गई Google Search ने इंटरनेट सर्च इंजन के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया और इसने तैयार किया एक शक्तिशाली और तेज सर्च इंजन।

Linux Kernel 2.0:जनक: लिनक्स फाउंडेशन (Linux Foundation)

विवरण: 1996 में लॉन्च किया गया, Linux Kernel 2.0 ने लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में सुधार किया और इसे उपयोगकर्ताओं के बीच में लोकप्रिय बनाया।

कंप्यूटर का इतिहास से जुडा हुआ कुछ और महत्वपूर्ण विकास

Apple iPhone:जनक: स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) और टीम

विवरण: 2007 में लॉन्च किया गया, Apple iPhone ने स्मार्टफोन इंडस्ट्री में एक नया युग शुरू किया और टचस्क्रीन इंटरफेस को प्रमोट किया।

Google Chrome:जनक: गूगल (Google)

विवरण: 2008 में लॉन्च किया गया, Google Chrome ने वेब ब्राउज़िंग को तेज, सुरक्षित, और उपयोगकर्ता अनुकूलन के साथ लेकर आया।

Tesla Model S:जनक: एलन मस्क (Elon Musk) और टेस्ला मोटर्स (Tesla Motors)

विवरण: 2012 में लॉन्च किया गया, Tesla Model S ने इलेक्ट्रिक वाहनों को एक नया स्तर पर ले जाया और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में आगे बढ़ा।

IBM Watson:जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: 2010 में लॉन्च किया गया, IBM Watson ने कोजनिटिव कंप्यूटिंग क्षमताओं का प्रदर्शन किया और इसे अत्यधिक डेटा को विश्लेषण करने और समझने में सक्षम बनाया।

Bitcoin:जनक: सटोशी नाकामोटो (Satoshi Nakamoto)

विवरण: 2009 में लॉन्च किया गया, Bitcoin ने क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में एक नया दरवाजा खोला और डिजिटल मुद्रा के रूप में उपयोग होने वाला पहला प्रमुख सिस्टम बनाया।

Amazon Echo:जनक: एमेज़न (Amazon)

विवरण: 2014 में लॉन्च किया गया, Amazon Echo और इसकी आवृत्ति Alexa ने आवाज कमांडों के माध्यम से स्मार्ट होम टेक्नोलॉजी में एक नया दौर शुरू किया।

Raspberry Pi:जनक: रैस्पबेरी पाई फाउंडेशन (Raspberry Pi Foundation)

विवरण: 2012 में लॉन्च किया गया, Raspberry Pi एक सस्ता, स्माल-फॉर्म फैक्टर कंप्यूटर है जिसने शिक्षा और विज्ञान प्रोजेक्ट्स के लिए सुलभता प्रदान की है।

iPhone आईपैड:जनक: स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) और टीम (एप्पल कंप्यूटर्स)

विवरण: 2007 में लॉन्च किए गए, iPhone और iPad ने स्मार्टफोन और टैबलेट मार्केट में एक नया किरदार खोला और मल्टीटच इंटरफेस को सामान्य बनाया।

IBM Watson:जनक: आईबीएम (IBM)

विवरण: 2010 में लॉन्च किया गया, IBM Watson कोजनिटिव कंप्यूटिंग क्षमताओं का प्रदर्शन करता है और बड़े स्तर पर डेटा को विश्लेषण करने के लिए उपयोग होता है।

Google Android:जनक: गूगल (Google)

विवरण: 2008 में लॉन्च किया गया, Android ऑपरेटिंग सिस्टम ने स्मार्टफोन और टैबलेट डिवाइसों के लिए एक व्यापक प्लेटफ़ॉर्म प्रदान की और मोबाइल तकनीक में बड़ी बदलाव की दिशा में कारगर रहा है।

Microsoft Azure:जनक: माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft)

विवरण: 2010 में लॉन्च किया गया, Microsoft Azure ने क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाओं में एक नई यात्रा शुरू की और व्यवसायों को तकनीकी समाधान प्रदान करने में मदद की।

Facebook:जनक: मार्क ज़ुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) और टीम

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